🛡️ऑपरेशन सिंदूर में S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ की निर्णायक भूमिका जाने ताकत और खर्च...

 

🛡️ऑपरेशन सिंदूर में S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ की निर्णायक भूमिका जाने ताकत और खर्च...


नई दिल्ली – भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव का माहौल गहराया हुआ है। हाल ही में हुए "ऑपरेशन सिंदूर" में पाकिस्तान की ओर से मिसाइलों और ड्रोन के जरिए किए गए हमलों को भारत ने अपने अत्याधुनिक S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से हवा में ही खत्म कर दिया। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान ने लगभग 300 से 400 मिसाइल और ड्रोन सीमा की ओर भेजे, जिन्हें S-400 ने हवा में ही तबाह कर दिया। भारत ने 2018 में रूस के साथ 5 S-400 रेजिमेंट के लिए $5.43 बिलियन (लगभग ₹40,000 करोड़) का समझौता किया। 

ध्यान दें: सटीक कीमतें गोपनीय हैं, और ये आँकड़े विश्लेषकों के अनुमान पर आधारित हैं।

🔥 400 खतरों का पल में खात्मा: S-400 की ताकत का कमाल

S-400 रूस द्वारा विकसित एक बहुस्तरीय एयर डिफेंस सिस्टम है जिसे भारत ने 2018 में लगभग 35,000 करोड़ रुपये की लागत से खरीदा था। यह सिस्टम दुश्मन के किसी भी हवाई हमले को 400 किलोमीटर दूर से पहचान कर नष्ट कर सकता है। यह एक अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली है, जो विमानों, क्रूज मिसाइलों, और बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है। 400 किमी (40N6 मिसाइल) तक, जबकि अन्य मिसाइलें जैसे 48N6 (250 किमी) और 9M96E (120 किमी) छोटी रेंज को कवर करती हैं मल्टी-लेयर डिफेंस: यह एक साथ 360 डिग्री कवरेज और 80 तक लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है।

क्षमताविवरण
रडार निगरानी600 किमी तक
टारगेट डिटेक्शन रेंज400 किमी
तापमान सहनशीलता-50°C से +70°C
एक साथ मिसाइल फायरिंग72 मिसाइलें



🚀 चार प्रकार की मिसाइलें – एक जानलेवा सिस्टम

S-400 में चार तरह की मिसाइलें होती हैं जो अलग-अलग रेंज और खतरों से निपटने में सक्षम हैं:

मिसाइलरेंजविशेषता
40N6E400 किमीलॉन्ग रेंज, हाई-वैल्यू टारगेट
48N6E3250 किमीहाई-स्पीड इंटरसेप्शन
9M96E2120 किमीमिड-रेंज, सटीक हमला
9M96E40 किमीक्लोज रेंज, हाई प्रिसिजन

💸 कितना महंगा है एक S-400 मिसाइल दागना?

एक S-400 मिसाइल दागने की लागत करोड़ों में होती है।

मिसाइलअनुमानित लागत
40N6E$1-2 मिलियन (₹8-16 करोड़)
अन्य मिसाइलें$300,000 – $1 मिलियन (₹2.5 करोड़ तक)

भारत हर मिसाइल दागते समय करोड़ों खर्च करता है, जो यह दर्शाता है कि देश अपनी संप्रभुता की सुरक्षा को लेकर कितना सजग और प्रतिबद्ध है।


😱 S-400: दुश्मनों का खौफ क्यों बना?

  • यह सिस्टम केवल टारगेट को डिटेक्ट ही नहीं करता, उसे हवा में ही खत्म कर देता है।रडार की श्रेष्ठता: S-400 का 91N6E रडार 600 किमी तक के लक्ष्यों का पता लगा सकता है और स्टील्थ विमानों (जैसे F-35, J-20) को भी ट्रैक करने में सक्षम है। Hypersonic मिसाइलों को रोकना: यह प्रणाली मैक 14 (14,000 किमी/घंटा) तक की गति से उड़ने वाली मिसाइलों को भी इंटरसेप्ट कर सकती है। 360-डिग्री कवरेज: S-400 एक ही समय में 360 डिग्री के दायरे में 80 से अधिक लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है और 32 मिसाइलें एक साथ दाग सकता है। बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों का मुकाबला: यह न केवल विमानों, बल्कि इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों (ICBM) और कम ऊंचाई पर उड़ने वाली क्रूज मिसाइलों को भी नष्ट कर सकता है।

  • इसकी मौजूदगी से दुश्मन की रणनीतियाँ पहले ही ध्वस्त हो जाती हैं

  • चीन, तुर्की और सऊदी अरब जैसे देश भी इस सिस्टम को खरीद चुके हैं, जिससे इसकी वैश्विक विश्वसनीयता और बढ़ जाती है

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